Friday, November 29, 2024

زخموں کا حساب کون دے گا

 زخموں کا حساب کون دے گا،

آنکھوں کی کتاب کون پڑھے گا؟
جہاں معصوموں کی سانسیں تھم جائیں،
اُس انصاف کا نام کون لے گا؟

خون سے سینچی گئیں راہیں،
جہاں سکڑ سکتی ہیں ماں کی باہیں۔
کیا یہ دنیا ایسے ہی چلے گی،
یا کوئی نئی روشنی کبھی جلے گی؟

یہ شاعری اُن معصوم جانوں کی یاد میں ہے،
جن کی آواز کبھی سنی نہیں گئی۔

Wednesday, May 15, 2024

बेनीबाद की समस्याओं पर एक रिपोर्ट

बेनीबाद की समस्याओं पर एक रिपोर्ट

परिचय:

बेनीबाद गाँव एक ऐसा स्थान है जहाँ बुनियादी सुविधाओं की कमी से लोग कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं। यहाँ ना तो कोई हॉस्पिटल है, ना लड़कियों के पढ़ने के लिए कोई हाई स्कूल है, ना ही कोई कॉलेज है। बैंकिंग सुविधाएँ भी अत्यंत खराब स्थिति में हैं। इन समस्याओं पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है ताकि ग्रामीणों की जीवनशैली में सुधार हो सके।

 स्वास्थ्य सेवाओं की कमी:

बेनीबाद में किसी भी प्रकार का हॉस्पिटल या स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। इस कारण, गाँव के लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं के लिए कई किलोमीटर दूर स्थित शहर जाना पड़ता है। यह स्थिति विशेषकर गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, और बच्चों के लिए बहुत मुश्किल भरी है। समय पर चिकित्सा सहायता न मिलने के कारण कई बार गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं।

शैक्षिक सुविधाओं का अभाव:

गाँव में लड़कियों के पढ़ने के लिए कोई हाई स्कूल नहीं है, जिसके कारण उन्हें प्रारंभिक शिक्षा के बाद अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। उच्च शिक्षा की सुविधाओं का भी यहाँ अभाव है, क्योंकि गाँव में एक भी कॉलेज नहीं है। इस वजह से विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए शहर जाना पड़ता है, जो सभी के लिए संभव नहीं है। इससे गाँव की युवा पीढ़ी का भविष्य अंधकारमय हो रहा है।

बैंकिंग सुविधाओं की समस्या:

बेनीबाद में बैंकिंग सुविधाएँ भी अत्यंत खराब हैं। यहाँ ना तो स्टेट बैंक है और ना ही सेंट्रल बैंक की कोई शाखा। ग्रामीणों को बैंकिंग कार्यों के लिए दूर के शहर जाना पड़ता है, जिससे समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती है। डिजिटल बैंकिंग के इस युग में भी गाँव के लोग बुनियादी बैंकिंग सुविधाओं से वंचित हैं।

निष्कर्ष:

इन सभी समस्याओं को देखते हुए, की बेनीबाद के निवासियों को वोट देने से पहले अच्छी तरह से सोचना चाहिए। उन्हें यह देखना होगा कि कौन-सा उम्मीदवार उनकी समस्याओं को समझता है और उनके समाधान के लिए वचनबद्ध है। सही प्रतिनिधि का चयन करके ही गाँव की समस्याओं का समाधान संभव है।

सुझाव:

1. स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार: गाँव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना की जानी चाहिए।

2. शैक्षिक सुविधाओं का विस्तार: लड़कियों के लिए हाई स्कूल और एक कॉलेज की स्थापना की जानी चाहिए।

3. बैंकिंग सुविधाओं का विस्तार: गाँव में स्टेट बैंक और सेंट्रल बैंक की शाखाएं खोली जानी चाहिए।

4. स्थानीय नेतृत्व को प्रोत्साहित करना: लोगों को अपने प्रतिनिधियों को चुनते समय उनके कार्यों और वादों को ध्यान में रखना चाहिए।

ग्रामीणों का दायित्व है कि वे अपने भविष्य के लिए सही निर्णय लें और ऐसे प्रतिनिधियों को चुनें जो उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार ला सकें।